पर्सनल लोन प्राप्त करने के लिए पात्रता और योग्यता शर्तें क्या होती है? जानिए पूरी जानकारी

बढ़ती वित्तीय आवश्यकताओं और अचानक होने वाले खर्चों के कारण, भारत में पर्सनल लोन लोगो के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है। चाहे वह मेडिकल इमरजेंसी हो, होम रिनोवेशन हो या फिर किसी ड्रीम वेकेशन के लिए पैसे जुटाना हो, पर्सनल लोन वित्तीय सहायता पाने का एक त्वरित और अन सिक्योर्ड तरीका है। हालाँकि पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने वाले हर व्यक्ति को स्वीकृति नहीं मिलती है। बैंक, NBFC और वित्तीय संस्थान ने विशिष्ट पात्रता मानदंड निर्धारित किए हैं जिन्हें आवेदकों को पूरा करना होता है। इस लेख में पर्सनल लोन प्राप्त करने के लिए आवश्यक पात्रता के बारे में विस्तार से बताया गया है।

पर्सनल लोन प्राप्त करने के लिए पात्रता मानदंड और योग्यता शर्तें क्या हैं?

बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान किसी आवेदक के पर्सनल लोन पात्रता का मूल्यांकन मुख्य रूप से उसकी आय और लोन रिपेमेंट क्षमता के आधार पर करते हैं। अन्य पैरामीटर जो बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान अपने आवेदकों के लोन आवेदनों का मूल्यांकन करते समय ध्यान में रखते हैं, उनमें आवेदक की उम्र, बिजनेस प्रोफ़ाइल, नौकरी/व्यवसाय स्थिरता और नियोक्ता की प्रोफ़ाइल, क्रेडिट स्कोर शामिल है। अधिकांश बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान द्वारा अपने नौकरीपेशा और गैर नौकरीपेशा आवेदकों के लिए आमतौर पर निर्धारित पर्सनल लोन पात्रता मानदंड नीचे दिए गए हैं:

नौकरीपेशा और गैर- नौकरीपेशा आवेदकों के लिए पर्सनल लोन की पात्रता/योग्यता शर्तें

पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria)नौकरीपेशा (Salaried)गैर- नौकरीपेशा (Self-employed)
उम्र18 से 60 वर्ष21 से 65 वर्ष
रोज़गार की स्थितिसरकारी कर्मचारी, मल्टीनेशनल कंपनियाँ या प्रतिष्ठित प्राइवेट कंपनियाँ पेशेवर (जैसे: डॉक्टर, वकील, CA) या व्यवसाय के मालिक
न्यूनतम इनकम (हर बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान में अलग- अलग हो सकती है)₹15,000 प्रति माह (शहर और लेंडर के अनुसार अलग-अलग हो सकता है)₹15 लाख प्रति वर्ष (यह लेंडर पर निर्भर करता है)
न्यूनतम कार्य अनुभव/व्यवसाय की निरंतरताआमतौर पर 1 साल (कुछ बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान में इससे अधिक के कार्य अनुभव की जरूरत हो सकती है)आमतौर पर व्यवसाय लगातार 3 साल से चल रहा हो (कुछ बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान में इससे अधिक की व्यवसाय की निरंतरता की आवश्यकता हो सकती है।)
क्रेडिट स्कोर750 और उससे अधिक750 और उससे अधिक

पर्सनल लोन की पात्रता को प्रभावित करने वाले कारक

पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने से पहले उन पर्सनल लोन की पात्रता को प्रभावित करने वाले कारकों को समझना महत्वपूर्ण है, जिनका अधिकांश बैंक, NBFC और वित्तीय संस्थान पालन करते हैं:

  • आयु (Age): अधिकांश बैंकों, NBFC और वित्तीय संस्थानों में लोन आवेदकों के लिए न्यूनतम और अधिकतम आयु सीमा होती है। आम तौर पर अधिकांश बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान 18 वर्ष से 60 वर्ष तक की उम्र के आवेदकों को पर्सनल लोन प्रदान करते हैं।
  • रोजगार की स्थिति (Employment Status): बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान आमतौर पर आवेदकों को दो समूहों में वर्गीकृत करते हैं- नौकरीपेशा और गैर-नौकरीपेशा। सरकारी क्षेत्रों, मल्टीनेशनल कंपनियों या प्रतिष्ठित निजी फर्मों में काम करने वाले नौकरीपेशा व्यक्तियों को अक्सर नौकरी की स्थिरता के कारण प्राथमिकता दी जाती है। गैर- नौकरीपेशा आवेदकों के मामले में डॉक्टर, आर्किटेक्ट, CA जैसे प्रोफेशनल को कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन मिलने की अधिक संभावना होती है।
  • आय (Income): आमतौर पर एक न्यूनतम आय सीमा होती है जिसे आवेदकों को पूरा करना होता है। अधिकांश बैंकों में पर्सनल लोन अप्लाई करने के लिए नौकरीपेशा लोगों की सैलरी न्यूनतम ₹15,000 प्रति माह होनी चाहिए। हालाँकि, जिनकी न्यूनतम मासिक आय ₹25,000 है, उन्हें बैंक प्राथमिकता देते हैं। वहीं गैर- नौकरीपेशा/स्व- रोज़गार वाले आवेदकों की सकल वार्षिक आय न्यूनतम ₹2 लाख होनी चाहिए।
  • क्रेडिट स्कोर (Credit Score): एक अच्छा क्रेडिट स्कोर शायद लोन स्वीकृति में सबसे महत्वपूर्ण कारक है। भारत में अधिकांश बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान 750 या उससे अधिक के क्रेडिट स्कोर को प्राथमिकता देते हैं। हाई क्रेडिट स्कोर न केवल स्वीकृति की संभावनाओं को बेहतर बनाता है बल्कि बेहतर ब्याज दरों की ओर भी ले जा सकता है।
  • कार्य अनुभव और स्थिरता (Work Experience and Stability): बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान आपके कार्य अनुभव और स्थिरता को देखते हैं। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए कम से कम 1 साल का कार्य अनुभव होना आवश्यक होता है। स्व-नियोजित व्यक्तियों और पेशेवरों को कम से कम 3 वर्षों से अपने वर्तमान व्यवसाय में होना चाहिए।
  • मौजूदा लोन: आपके मौजूदा वित्तीय दायित्व भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आपके पास कई चालू लोन हैं या आपका लोन से इनकम अनुपात उच्च है, तो आपकी पात्रता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऋणदाता कम लोन बोझ वाले आवेदकों को प्राथमिकता देते हैं।
  • निवास का शहर: आपका निवास स्थान भी आपकी पात्रता को प्रभावित कर सकता है। मेट्रो शहरों के आवेदकों की आय आवश्यकताएं अक्सर छोटे शहरों के आवेदकों से अलग होती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि रहने की लागत और कमाई की संभावना अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होती है।

बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान अधिकतम पात्र पर्सनल लोन राशि की गणना कैसे करते हैं?

जब बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान यह तय करती हैं कि आपको कितना पर्सनल लोन मिल सकता है, तो वे अक्सर दो मुख्य तरीकों का उपयोग करते हैं: गुणक विधि (Multiplier Method) और EMI/NMI अनुपात।

  • गुणक विधि (Multiplier Method): यह विधि आपकी मासिक आय का 10 से 24 गुना के बीच लोन राशि की गणना करती है। उदाहरण के लिए यदि आपकी मासिक आय ₹10,000 है, और बैंक आपको मासिक आय 20 गुना लोन राशि प्रदान करता है, तो आप ₹2 लाख तक के लोन के लिए पात्र हो सकते हैं।
  • EMI/NMI अनुपात: EMI/NMI अनुपात, आपकी मौजूदा EMI के साथ-साथ नए लोन की EMI चुकाने पर खर्च की गई आपकी शुद्ध मासिक आय (NMI) का अनुपात है। बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान आमतौर पर 50-55% तक के EMI/NMI अनुपात वाले आवेदकों को पर्सनल लोन स्वीकृत करना पसंद करते हैं। उदाहरण के लिए यदि आप प्रति माह ₹50,000 कमाते हैं, तो बैंक चाहेगा कि आपके सभी लोन भुगतान, नए सहित, ₹25,000 से अधिक न हों।

पर्सनल लोन के लिए अपनी पात्रता में सुधार कैसे करें?

पर्सनल लोन के लिए अपनी पात्रता निर्धारित करते समय आपको कई मानदंडों को ध्यान में रखना होता है लेकिन लोन आवेदन मंज़ूर होने की संभावना को बढ़ाने के लिए कुछ ही तरीके हैं, जो इस प्रकार है:

  • क्रेडिट स्कोर में सुधार: बकाया लोन का भुगतान करना, क्रेडिट कार्ड शेष राशि को कम करना, तथा EMI और बिलों का समय पर भुगतान सुनिश्चित करना, समय के साथ आपके क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। 750 और उससे अधिक क्रेडिट स्कोर होने से कम ब्याज दरों पर आपका लोन मंज़ूर होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • बार-बार नौकरी बदलने से बचें: बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान आपके कार्य इतिहास और नौकरी की स्थिरता को देखते हैं कि आप पर्सनल लोन के लिए योग्य हैं या नहीं। यदि आप बार-बार नौकरी बदलते हैं, तो बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान इसे अस्थिरता के संकेत के रूप में देख सकते हैं और आपको लोन देने के लिए कम इच्छुक हो सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे बार-बार नौकरी बदलने को जोखिम भरा मानते हैं। इसलिए यदि आप जल्द ही पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने के बारे में सोच रहे हैं, तो कुछ समय के लिए अपनी वर्तमान नौकरी में बने रहना सबसे अच्छा है।
  • सह-आवेदक जोड़ें: अपने पर्सनल लोन आवेदन में अपने जीवनसाथी, माता-पिता या बच्चों जैसे किसी करीबी परिवार के सदस्य को शामिल करने से आपका लोन स्वीकृत होने की संभावना बढ़ सकती है। हालाँकि सभी बैंक और वित्तीय कंपनियाँ पर्सनल लोन के लिए सह-आवेदकों को अनुमति नहीं देती हैं, लेकिन ऐसा करने से आपकी पात्रता में सुधार हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लेंडर आपके क्रेडिट स्कोर और आपकी और आपके सह-आवेदक की संयुक्त पुनर्भुगतान क्षमता दोनों को देखेंगे, जिससे लोन प्राप्त करना आसान हो जाएगा।
  • कई लोन के लिए आवेदन करने से बचें: जब आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो लेंडर यह देखने के लिए आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करता है कि क्या आप लोन के लिए एक अच्छे उम्मीदवार हैं। ये जांच, जिन्हें “हार्ड इंक्वायरी” कहा जाता है, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर दिखाई देती हैं और आपके क्रेडिट स्कोर को थोड़ा कम कर सकती हैं। यदि आप कम समय में कई लोन आवेदन करते हैं, तो यह आपको लोन के लिए बेताब दिखा सकता है, जिसके कारण कुछ लेंडर आपके आवेदन को अस्वीकार कर सकते हैं।