पर्सनल लोन क्या है और कैसे काम करता है?, पर्सनल लोन के प्रकार, लाभ और फायदे, ब्याज दरें, ऑनलाइन आवेदन, पात्रता, डॉक्यूमेंट्स और अधिक जानकारी
पर्सनल लोन एक वित्तीय उपकरण के रूप में काम करता हैं, जो आवेदकों को विभिन्न व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने में मदद करता हैं, जैसे मेडिकल इमरजेंसी, पढ़ाई का खर्च, ट्रेवल, शादी और अन्य खर्च आदि। बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों (NBFC) द्वारा दिए जाने वाले ये पर्सनल लोन व्यक्तियों की अलग अलग आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। आइए इस लेख में पर्सनल लोन के बारे में विस्तार से जानते है?
पर्सनल लोन क्या होता है?
पर्सनल लोन बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा व्यक्तियों को व्यक्तिगत उपयोग के लिए दिया जाने वाला अनसिक्योर्ड लोन है। घर या कार लोन के विपरीत, पर्सनल लोन का कोई विशिष्ट उद्देश्य नहीं होता है, जिसका अर्थ है कि उधारकर्ता लोन समेकन, मेडिकल इमरजेंसी, पढ़ाई का खर्च, यात्रा, शादी और होम रेनोवेशन आदि जैसी कई अलग अलग आवश्यकताओं के लिए इस लोन राशि का उपयोग कर सकते हैं।
पर्सनल लोन अन-सिक्योर्ड होते है, अर्थात यह लोन लेने के लिए आवेदकों को कोई गारंटी/सिक्योरिटी जमा करने या कुछ गिरवी रखने की ज़रूरत नहीं होती है। जिनकी रिपेमेंट अवधि अधिकतम 7 साल तक होती है। भारत में पर्सनल लोन बैंको, NBFC और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाते है।
पर्सनल लोन की मुख्य जानकारी
ब्याज दर:- | 10.40% प्रति वर्ष से शुरू |
लोन राशि:- | 1 करोड़ रूपए तक |
लोन की अवधि:- | 7 साल तक |
प्रोसेसिंग फीस:- | लोन राशि का 0% से 6% तक |
पर्सनल लोन कैसे काम करता है?
पर्सनल लोन उसी तरह काम करता है जैसे ज्यादातर लोन करते हैं। पर्सनल लोन प्राप्त करने के लिए आपको ऋणदाता (Lender) के पास आवेदन करना होगा। ये ऋणदाता (Lender) बैंक, NBFC या अन्य वित्तीय संस्थान होते है, जो पर्सनल लोन उपलब्ध करवाते है। Personal loan के लिए आवेदन ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जा सकता है।
आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद Lender आपके आवेदन की समीक्षा करता है और निर्णय लेता है कि इसे स्वीकृत किया जाए या अस्वीकार किया जाए, इसमें आपका रोजगार, आय, क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट हिस्ट्री जैसे कई कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। स्वीकृत होने पर आपको लोन की शर्तें दी जाएंगी, जिसमे लोन राशि, ब्याज, किश्त जैसे कई कारकों की रुपरेखा होती है। यदि आप ऋणदाता (Lender) की नियम और शर्ते स्वीकार करते है तो आपको लोन की कागजी कार्रवाई का अंतिम रूप देना है।
यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद लेंडर लोन की राशि आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर देता है। पर्सनल लोन चुकाने के लिए आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से री-पेमेंट अवधि चुन सकते हैं। इसके बाद आपको बराबर मासिक किश्त (EMI) का भुगतान करना होता है। किश्त/EMI की राशि की गणना आपकी लोन राशि, अवधि और ब्याज दर के हिसाब से की जाती है।
पर्सनल लोन की ब्याज दरें कितनी होती है?
पर्सनल लोन की ब्याज दरें 10.40% प्रति वर्ष से 36% प्रति वर्ष के बीच हो सकती हैं। बैंक/NBFC कितनी ब्याज दर पर लोन ऑफर करते हैं, ये आवेदकों के क्रेडिट स्कोर, लोन राशि, इनकम आदि जैसे कारकों पर निर्भर करता है। यदि पर्सनल लोन आवेदकों का क्रेडिट स्कोर अच्छा है और बैंक/NBFC के साथ संबंध अच्छे हैं, तो आवेदकों को पर्सनल लोन पर ब्याज दर कम मिल सकती है।
मुख्य लेख देखे: पर्सनल लोन की ब्याज दर क्या होती है?
पर्सनल लोन की मुख्य विशेषताएं क्या है?
पर्सनल लोन की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार है:
- अनसिक्योर्ड लोन: पर्सनल लोन के लिए किसी कोलेटरल या सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं होती है अर्थात आपको लोन प्राप्त करने के लिए संपत्ति या सोने जैसी कोई संपत्ति गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
- निश्चित लोन राशि: आपके द्वारा उधार ली जा सकने वाली राशि आमतौर पर ₹10,000 से ₹40 लाख तक होती है, जो लोन देने वाली कंपनी की पॉलिसी और आपकी पात्रता पर निर्भर करती है।
- ब्याज दरें: भारत में पर्सनल लोन पर ब्याज दरें आमतौर पर 10% से 36% प्रति वर्ष तक होती हैं, जो आपके क्रेडिट स्कोर, आय और ऋणदाता के साथ संबंध जैसे कारकों पर निर्भर करती हैं।
- निश्चित अवधि: पर्सनल लोन की अवधि आम तौर पर 1 से 7 वर्ष तक होती है, जो पुनर्भुगतान में लचीलापन प्रदान करती है। हालाँकि, यह अवधि अलग अलग लेंडर के बीच अलग-अलग हो सकती है।
- प्रीपेमेंट विकल्प: कई बैंक/NBFC लोन के प्रीपेमेंट या फोरक्लोजर की अनुमति देते हैं, चाहे दंड के साथ हो या बिना दंड के। इससे कुल ब्याज का बोझ कम हो सकता है।
पर्सनल लोन के क्या क्या लाभ है?
पर्सनल लोन के मुख्य लाभ इस प्रकार है:
- किसी कोलेटरल या सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं: पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन के रूप में आपकी परिसंपत्तियों (Asset) को जोखिम में नहीं डालता है।
- लचीला उपयोग: उधारकर्ता लोन राशि का उपयोग किसी भी उद्देश्य के लिए कर सकते हैं, चिकित्सा आपात स्थिति से लेकर छुट्टियों या घर के नवीनीकरण तक।
- त्वरित वितरण: पर्सनल लोन अक्सर शीघ्रता से प्रोसेस और वितरित किए जाते हैं, खासकर यदि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से आवेदन किया जाता है।
- निश्चित ब्याज दरें: अधिकांश पर्सनल लोन की ब्याज दरें निश्चित होती हैं, जिससे पूर्वानुमानित EMI भुगतान के साथ अपने वित्त की योजना बनाना आसान हो जाता है।
मुख्य लेख देखे: पर्सनल लोन के क्या फायदे हैं?
पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन करना एक सुविधाजनक, सीधी और सरल प्रक्रिया हो सकती है। यहां पर पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन (How to Apply for a Personal Loan Online) एक विस्तृत गाइड दी गई है:
पर्सनल लोन देने वाली बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान पर अपनी रिसर्च करे?
अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सबसे उपयुक्त ऋणदाता (Lender) ढूंढने के लिए अलग अलग बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान के पर्सनल लोन पर रिसर्च करें। और ब्याज दरें, लोन राशि, पुनर्भुगतान अवधि, चार्जेस, कस्टमर रिव्यु और प्रोसेसिंग फीस जैसे अन्य कई कारकों पर विचार करें।
पर्सनल लोन देने वाली बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान की पात्रता की जांच करें?
पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंड जैसे उम्र, इनकम, क्रेडिट स्कोर, रोजगार की स्थिति और निवास जैसे सभी कारकों की जांच करें।
लोन राशि की गणना करें?
अपनी आवश्यक लोन राशि निर्धारित करें और यह सुनिश्चित करें कि यह आपकी वित्तीय स्थिति और पुनर्भुगतान क्षमता के अनुरूप हो।
आवश्यक डॉक्यूमेंट इकट्ठा करें?
पर्सनल लोन के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट जैसे पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, आय प्रमाण और ऋणदाता (Lender) द्वारा मांगे गए आवश्यक कोई अन्य डॉक्यूमेंट तैयार करें।
ऋणदाता (Lender) की वेबसाइट पर जाएँ?
चुने गए बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान की वेबसाइट पर जाएँ। अधिकांश बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान की वेबसाइट पर ऑनलाइन लोन आवेदन प्रक्रिया होती है।
आवेदन पत्र (Application Form) भरें?
सभी आवश्यक जानकारी के साथ ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म को सही से पूरा भरें। इसमें आम तौर पर व्यक्तिगत जानकारी, रोजगार की जानकारी, इनकम की जानकारी, लोन राशि और लोन का उद्देश्य शामिल होता है।
डॉक्यूमेंट अपलोड करें?
बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान द्वारा निर्दिष्ट आवश्यक डाक्यूमेंट्स की स्कैन की गई कॉपी या डिजिटल कॉपी अपलोड करें।
रिव्यु करें और सबमिट करें?
सटीकता सुनिश्चित करने के लिए आपके द्वारा प्रदान की गई सभी जानकारी की समीक्षा करें। आवेदन जमा करने से पहले बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान की नियम और शर्तों की दोबारा जांच कर करें।
अप्रूवल की प्रतीक्षा करें?
आवेदन जमा करने के बाद, बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान आपकी साख सहित आपके आवेदन का मूल्यांकन करेगा।
लोन अप्रूवल?
यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आपको लोन राशि, ब्याज दर, पुनर्भुगतान की शर्तें और अन्य शर्तों का विवरण देते हुए एक लोन प्रस्ताव प्राप्त होगा। प्रस्ताव स्वीकार करने से पहले उसका सावधानीपूर्वक रिव्यु करें।
अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर/साइन करें?
यदि आप लोन प्रस्ताव से संतुष्ट हैं, तो आपको लोन अग्रीमेंट पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से हस्ताक्षर/साइन करने की आवश्यकता होगी।
संवितरण (Disbursement)
अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर/साइन करने के बाद बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान आपके बैंक खाते में लोन राशि का भुगतान करेगा। इस प्रक्रिया में आमतौर पर कुछ समय लग सकता हैं।
पुनर्भुगतान (Repayment)
किसी भी दंड या आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए सहमत शर्तों के अनुसार लोन चुकाना सुनिश्चित करें।
पर्सनल लोन की पात्रता या योग्यता शर्तें क्या होती है?
पर्सनल लोन के लिए पात्रता अलग अलग बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान की क्रेडिट रिस्क पॉलिसी के अनुसार अलग अलग हो सकती है। और पर्सनल लोन की पात्रता लोन के प्रकार और आवेदक के जॉब/बिज़नेस प्रोफाइल के अनुसार भी अलग अलग हो सकती है। भारत में ज्यादातर बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान के मुख्य पात्रता मानदंड इस प्रकार है:
- उम्र (Age): पर्सनल लोन के लिए आवेदक की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम उम्र 60 वर्ष होनी चाहिए।
- सैलरी (Salary): नौकरीपेशा लोगों की न्यूनतम सैलरी 15,000 रुपये प्रति महीना होनी चाहिए।
- आय (Income): स्वरोजगार वाले आवेदकों के लिए कम से कम 5 लाख रुपये प्रति वर्ष
- क्रेडिट स्कोर (Credit Score): क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ज़्यादा होना चाहिए, क्योंकि इससे लोन पर अप्रूव्ल मिलने की संभावना ज्यादा रहती है।
- कार्य अनुभव (Work Experience): नौकरीपेशा लोगों का कुल कार्य अनुभव 1 वर्ष तक होना चाहिए, हालांकि कुछ बैंक/NBFC इससे अधिक का कार्य अनुभव भी मांगते हैं।
- बिज़नेस की निरंतरता: गैर-नौकरीपेशा प्रोफेशनल कम से कम 3 साल से बिज़नेस चला रहे हों, कुछ लोन बैंक/NBFC इससे अधिक अवधि के लिए मांग सकते हैं।
- रोज़गार का प्रकार (Type of employment): प्रतिष्ठित संस्थानों, MNC, प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कंपनियों, सरकारी संस्थानों, PSU में काम करने वाले व्यक्ति।
पर्सनल लोन लेने में क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगते हैं?
पर्सनल लोन देने वाले बैंक/NBFC/वित्तीय संस्थान अपने आवेदकों से उनकी पहचान, आय, लोन चुकाने की क्षमता और निवास स्थान के बारे में जानकारी लेने के लिए डॉक्यूमेंट मांगते हैं। यहां पर पर्सनल लोन के आवेदन लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स का विवरण दिया गया है:
आवश्यकताएं | नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए | स्वरोजगार/गैर-नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए |
---|---|---|
पहचान का प्रमाण | पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र (Voter ID), ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड या पैन कार्ड | पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र (Voter ID), ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड या पैन कार्ड |
निवास का प्रमाण | आधार कार्ड, पासपोर्ट या उपयोगिता बिल (utility bills) | आधार कार्ड, पासपोर्ट या उपयोगिता बिल (utility bills) |
आय का प्रमाण | सैलरी स्लिप, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट, फॉर्म 16 | पिछले वर्षों का ITR, P&L स्टेटमेंट और बैलेंस शीट, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट |
पर्सनल लोन की फीस और अन्य शुल्क क्या होती है?
यहाँ पर पर्सनल लोन पर लगने वाली फीस और अन्य शुल्क (Personal Loan Fees and Charges) के बारे में जानकारी दी गई है:-
- प्रोसेसिंग फीस
- प्री-पेमेंट/पार्ट-पेमेंट/फॉरक्लोज़र चार्ज
- लोन कैंसिलेशन चार्ज
- पीनल चार्ज़ेस
- EMI/चेक बाउंस चार्ज
- डोक्यूमेंटेशन चार्जे़स
- वेरिफिकेशन चार्ज़ेस
- डुप्लीकेट स्टेटमेंट चार्ज़ेस
- NOC सर्टिफिकेट चार्ज़ेस
- स्टाम्प ड्यूटी चार्ज
- GST (गुड्स & सर्विस टैक्स)
आमतौर पर पर्सनल लोन की फीस और अन्य शुल्क बैंक/NBFC तथा आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर अलग-अलग होते सकते हैं।
पर्सनल लोन कितने प्रकार के होते हैं?
रेगुलर पर्सनल लोन प्लांस के अलावा कई बैंक और NBFC अपने ग्राहकों को उनकी अलग अलग वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करने के लिए विभिन्न प्रकार के पर्सनल लोन प्रदान करते हैं। भारत में प्रदान किए जाने वाले पर्सनल लोन इस प्रकार हैं:
- पारंपरिक पर्सनल लोन: ये सामान्य प्रयोजन के लोन हैं जिनका उपयोग किसी भी व्यक्तिगत आवश्यकता के लिए उद्देश्य बताए बिना किया जा सकता है।
- टॉप-अप लोन: मौजूदा पर्सनल लोन उधारकर्ताओं को दिए जाने वाले टॉप-अप पर्सनल लोन मौजूदा लोन के ऊपर अतिरिक्त धनराशि प्रदान करते हैं।
- डेब्ट कंसोलिडेशन लोन: इन लोन का उपयोग कई लोन को एक लोन में समेकित करने के लिए किया जाता है, जिससे पुनर्भुगतान सरल हो जाता है और अक्सर ब्याज का बोझ कम हो जाता है।
- विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए पर्सनल लोन: कुछ ऋणदाता विशिष्ट उद्देश्यों जैसे विवाह, शिक्षा या होम रिनोवेशन के लिए पर्सनल लोन प्रदान करते हैं, हालांकि वे अभी भी सामान्य पर्सनल लोन श्रेणी में आते हैं।
मुख्य लेख देखे: पर्सनल लोन कितने प्रकार के होते हैं?
निष्कर्ष (Conclusion)
भारत में पर्सनल लोन आपातकालीन स्थितियों से लेकर नियोजित खर्चों तक, विभिन्न वित्तीय जरूरतों के लिए एक लचीला और सुलभ समाधान प्रदान करते हैं। हालांकि, वे उच्च ब्याज दरों के साथ आते हैं और वित्तीय तनाव से बचने के लिए सावधानीपूर्वक प्रबंधन की आवश्यकता होती है। पर्सनल लोन से जुड़ी विशेषताओं, लाभों और संभावित जोखिमों को समझने से आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
ANS: पर्सनल लोन एक ऐसा लोन है जो किसी भी व्यक्तिगत वित्तीय जरूरत जैसे चिकित्सा खर्च, शिक्षा, शादी, यात्रा या घर की मरम्मत के लिए लिया जा सकता है। इसमें कोई संपत्ति या कोलेटरल की आवश्यकता नहीं होती, और यह निश्चित अवधि में किस्तों (EMI) के रूप में चुकाया जाता है, जो आमतौर पर 1 से 5 साल तक हो सकती है।
ANS: पर्सनल लोन कई प्रकार के होते है जैसे इंस्टेंट पर्सनल लोन, प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन, टॉप-अप पर्सनल लोन, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन, शॉर्ट-टर्म पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन, होम रेनोवेशन लोन, मेडिकल लोन, ट्रेवल लोन आदि।
ANS: पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने के लिए, आप बैंक, NBFC या अन्य वित्तीय संस्थान की शाखा में जा सकते हैं या इनकी वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा और पहचान पत्र, पते का प्रमाण, आय का प्रमाण (जैसे सैलरी स्लिप या इनकम टैक्स रिटर्न) और बैंक स्टेटमेंट जैसे आवश्यक डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया आमतौर पर तेज होती है और कुछ बैंकों में तुरंत लोन भी मिल सकता है।
ANS: पर्सनल लोन के लिए पात्रता मानदंड में आमतौर पर 21 से 60 साल की उम्र, स्थिर आय (सैलरीड या सैल्फ-इंप्लॉयड), न्यूनतम आय की सीमा (अक्सर ₹15,000 से ₹25,000 प्रति माह), और अच्छी क्रेडिट स्कोर (साधारणतः 700 से अधिक) शामिल होते हैं। कुछ बैंकों, NBFC या अन्य वित्तीय संस्थान के नियम अलग हो सकते हैं।